Saturday, 24 December 2016

पहुँच
अपनी " पहुँच " सिर्फ ऊपर तक मत रखो लेकिन
 " ऊपर वाले "  तक रखो क्योंकि
 ऊपर तक की पहुँच से अक्सर समय पर मदद नही मिलती
  लेकिन ऊपर वाले तक की पहुँच से सदा मदद मिलती हैं ।