दादी माँ बनाती थी रोटी ( जरा पढै समझै कडवै सचॅ को) 🍪पहली गाय की 🍪आखरी कुत्ते की 🍪एक बामणी दादी की 🍪एक मेतरानी बाई हर सुबह 🐮सांड आ जाता था दरवाज़े पर 💩गुड़ की डली के लिए 🐦कबूतर का चुग्गा 🐜चिंटीयो का आटा ग्यारस, अमावस, पूर्णिमा का सीधा 👵डाकौत का तेल 🐶काली कुतिया के ब्याने पर तेल गुड़ 💩का सीरा 😔सब कुछ निकल आता था उस 🏡घर से, जिसमें विलासिता के नाम पर एक टेबल पंखा था... आज 📱💻📺📻📡🎳⚽ सामान से भरे 🏡 घर में कुछ भी नहीं निकलता सिवाय लड़ने की कर्कश 🙉📢 आवाजों के.......😔 मकान चाहे कच्चे थे लेकिन रिश्ते सारे सच्चे थे... चारपाई पर बैठते थे पास पास रहते थे... सोफे और डबल बेड आ गए दूरियां हमारी बढ़ा गए.... छतों पर अब न सोते हैं बात बतंगड अब न होते हैं.. आंगन में वृक्ष थे सांझे सुख दुख थे... दरवाजा खुला रहता था राही भी आ बैठता था... कौवे भी कांवते थे मेहमान आते जाते थे... इक साइकिल ही पास थी फिर भी मेल जोल था... रिश्ते निभाते थे रूठते मनाते थे... पैसा चाहे कम था माथे पे ना गम था... मकान चाहे कच्चे थे रिश्ते सारे सच्चे थे... अब शायद कुछ पा लिया है पर लगता है कि बहुत कुछ गंवा दिया।
Sunday, 22 January 2017
नींद और मौत में क्या फर्क है...?
किसी ने क्या खूबसूरत जवाब दिया है....
"नींद आधी मौत है"
और
"मौत मुकम्मल नींद है"
जिंदगी तो अपने ही तरीके से चलती है....
औरों के सहारे तो जनाज़े उठा करते हैं।
सुबहे होती है , शाम होती है
उम्र यू ही तमाम होती है ।
कोई रो कर दिल बहलाता है
और
कोई हँस कर दर्द छुपाता है.
क्या करामात है कुदरत की,
ज़िंदा इंसान पानी में डूब जाता है
और मुर्दा तैर के दिखाता है...
बस के कंडक्टर सी हो गयी है
जिंदगी ।
सफ़र भी रोज़ का है और
जाना भी कही नहीं।.....
सफलता के सात भेद, मुझे अपने कमरे के अंदर
ही उत्तर मिल गये !
छत ने कहा : ऊँचे उद्देश्य रखो !
पंखे ने कहा : ठन्डे रहो !
घडी ने कहा : हर मिनट कीमती है !
शीशे ने कहा : कुछ करने से पहले अपने अंदर झांक
लो !
खिड़की ने कहा : दुनिया को देखो !
कैलेंडर ने कहा : Up-to-date रहो !
दरवाजे ने कहा : अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के
लिए पूरा जोर लगाओ !
लकीरें भी बड़ी अजीब होती हैं------
माथे पर खिंच जाएँ तो किस्मत बना देती हैं
जमीन पर खिंच जाएँ तो सरहदें बना देती हैं
खाल पर खिंच जाएँ तो खून ही निकाल देती हैं
और रिश्तों पर खिंच जाएँ तो दीवार बना देती हैं..
एक रूपया एक लाख नहीं होता ,
मगर फिर भी एक रूपया एक लाख से निकल जाये तो वो लाख भी लाख नहीं रहता
हम आपके लाखों दोस्तों में बस वही एक रूपया हैं …
संभाल के रखनT , बाकी सब मोह माया है
अचरज नहीं सत्य सा...... 🙏🏽 एक मेढक पेड़ की चोटी पर चढ़ने का सोचता है और आगे बढ़ता है बाकी के सारे मेंढक शोर मचाने लगते हैं "ये असंभव है.. आज तक कोई नहीं चढ़ा.. ये असंभव है.. नहीं चढ़ पाओगे" मगर मेंढक आख़िर पेड़ की चोटी पर पहुँच ही जाता है.. जानते हैं क्यूँ? क्योंकि वो मेंढक "बहरा" होता है.. और सारे मेंढकों को चिल्लाते देख सोचता है कि सारे उसका उत्साह बढ़ा रहे हैं इसलिए अगर आपको अपने लक्ष्य पर पहुंचना है तो नकारात्मक लोगों के प्रति "बहरे" हो जाइए |
अचानक एक मोड़ पर सुख और दुःख की मुलाकात हो गई
दुःख ने सुख से कहा : -
तुम कितने भाग्यशाली हो ,
जो लोग तुम्हें पाने की कोशिश में लगे रहते हैं....
सुख ने मुस्कराते हुए कहा : -
भाग्यशाली मैं नहीं तुम हो...!
दुःख ने हैरानी से पूछा : - "वो कैसे?
सुख ने बड़ी ईमानदारी से जबाब दिया : -
वो ऐसे कि तुम्हें पाकर लोग अपनों को याद करते हैं ,
लेकिन मुझे पाकर सब अपनों को
भूल जाते हैं।।💐🙏
1. जिदंगी मे कभी भी किसी को
बेकार मत समझना,क्योक़ि
बंद पडी घडी भी दिन में
दो बार सही समय बताती है।
2. किसी की बुराई तलाश करने
वाले इंसान की मिसाल उस
मक्खी की तरह है जो सारे
खूबसूरत जिस्म को छोडकर
केवल जख्म पर ही बैठती है।
3. टूट जाता है गरीबी मे
वो रिश्ता जो खास होता है,
हजारो यार बनते है
जब पैसा पास होता है।
4. मुस्करा कर देखो तो
सारा जहाॅ रंगीन है,
वर्ना भीगी पलको
से तो आईना भी
धुधंला नजर आता है।
5..जल्द मिलने वाली चीजे
ज्यादा दिन तक नही चलती,
और जो चीजे ज्यादा
दिन तक चलती है
वो जल्दी नही मिलती।
6. बुरे दिनो का एक
अच्छा फायदा
अच्छे-अच्छे दोस्त
परखे जाते है।
7. बीमारी खरगोश की तरह
आती है और कछुए की तरह
जाती है;
जबकि पैसा कछुए की तरह
आता है और.खरगोश की
तरह जाता है।
8. छोटी छोटी बातो मे
आनंद खोजना चाहिए
क्योकि बङी बङी तो
जीवन मे कुछ ही होती है।
9. ईश्वर से कुछ मांगने पर
न मिले तो उससे नाराज
ना होना क्योकि ईश्वर
वह नही देता जो आपको
अच्छा लगता है बल्कि
वह देता है जो आपके लिए
अच्छा होता है
10. लगातार हो रही
असफलताओ से निराश
नही होना चाहिए क्योक़ि
कभी-कभी गुच्छे की आखिरी
चाबी भी ताला खोल देती है।
11. ये सोच है हम इसांनो की
कि एक अकेला
क्या कर सकता है
पर देख जरा उस सूरज को
वो अकेला ही तो चमकता है।
12. रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो
उन्हे तोङना मत क्योकि
पानी चाहे कितना भी गंदा हो
अगर प्यास नही बुझा सकता
वो आग तो बुझा सकता है।
13. अब वफा की उम्मीद भी
किस से करे भला
मिटटी के बने लोग
कागजो मे बिक जाते है।
14. इंसान की तरह बोलना
न आये तो जानवर की तरह
मौन रहना अच्छा है।
15. जब हम बोलना
नही जानते थे तो
हमारे बोले बिना'माँ'
हमारी बातो को समझ जाती थी।
और आज हम हर बात पर
कहते है छोङो भी 'माँ'
आप नही समझोंगी।
16. शुक्र गुजार हूँ
उन तमाम लोगो का
जिन्होने बुरे वक्त मे
मेरा साथ छोङ दिया
क्योकि उन्हे भरोसा था
कि मै मुसीबतो से
अकेले ही निपट सकता हूँ।
17. शर्म की अमीरी से
इज्जत की गरीबी अच्छी है।
18. जिदंगी मे उतार चङाव
का आना बहुत जरुरी है
क्योकि ECG मे सीधी लाईन
का मतलब मौत ही होता है।
19. रिश्ते आजकल रोटी
की तरह हो गए है
जरा सी आंच तेज क्या हुई
जल भुनकर खाक हो जाते।
20. जिदंगी मे अच्छे लोगो की
तलाश मत करो
खुद अच्छे बन जाओ
आपसे मिलकर शायद
किसी की तालाश पूरी हो।
कक्षा में शिक्षक ने पूछा : गांव और शहर में क्या अन्तर है ....?? एक बालक नें बहुत सुन्दर उत्तर दिया : इतना ही अन्तर है कि गांव में कुत्ते आवारा घूमते हैं और गौमाता पाली जाती है ..... और शहर में कुत्ता पाला जाता है और गौमाता आवारा घुमती हैं ... .........जीवन का कडवा सच........ अनाथ आश्रम में बच्चे मिलतें हैं गरीबो के...! और... वृद्धाश्रम में बुजुर्ग मिलतें हैं अमीरों के...! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 वक्त के साथ सब बदल जाता है पुराने ज़माने में जिसे ........ 👍ठेंगा कहते थे,उसे आज 👍like कहते है।।।।।।।🌱
*Must Read*
✍ *सुनने* की आदत डालो क्योंकि
ताने मारने वालों की कमी नहीं हैं।
✍ *मुस्कराने* की आदत डालो क्योंकि
रुलाने वालों की कमी नहीं हैं
✍ *ऊपर उठने* की आदत डालो क्योंकि टांग खींचने वालों की कमी नहीं है।
✍ *प्रोत्साहित* करने की आदत डालो क्योंकि हतोत्साहित करने वालों की कमी नहीं है!!
✍ *सच्चा व्यक्ति* ना तो नास्तिक होता है ना ही आस्तिक होता है ।
सच्चा व्यक्ति हर समय वास्तविक होता है......
✍ *छोटी छोटी बातें दिल* में रखने से
बड़े बड़े रिश्ते कमजोर हो जाते हैं"
✍ *कभी पीठ पीछे आपकी बात चले*
तो घबराना मत ...
बात तो
"उन्हीं की होती है"..
जिनमें कोई " बात " होती है
✍ *"निंदा"* उसी की होती है जो"जिंदा" हैँ मरने के बाद तो सिर्फ "तारीफ" होती है।
हरिवंशराय बच्चन की एक सुंदर कविता ...👌 खवाहिश नही मुझे मशहुर होने की। आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है। अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा जाना मुझे। क्यों की जिसकी जितनी जरुरत थी उसने उतना ही पहचाना मुझे। ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा भी कितना अजीब है, शामें कटती नहीं, और साल गुज़रते चले जा रहे हैं....!! एक अजीब सी दौड़ है ये ज़िन्दगी, जीत जाओ तो कई अपने पीछे छूट जाते हैं, और हार जाओ तो अपने ही पीछे छोड़ जाते हैं। बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर... क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है.. मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा, चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना ।। ऐसा नहीं है कि मुझमें कोई ऐब नहीं है पर सच कहता हूँ मुझमे कोई फरेब नहीं है जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .!!. एक घड़ी ख़रीदकर हाथ मे क्या बाँध ली.. वक़्त पीछे ही पड़ गया मेरे..!! सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से.. पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला !!! सुकून की बात मत कर ऐ ग़ालिब.... बचपन वाला 'इतवार' अब नहीं आता | जीवन की भाग-दौड़ में - क्यूँ वक़्त के साथ रंगत खो जाती है ? हँसती-खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है.. एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम और आज कई बार बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है.. कितने दूर निकल गए, रिश्तो को निभाते निभाते.. खुद को खो दिया हमने, अपनों को पाते पाते.. लोग कहते है हम मुस्कुराते बहोत है, और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते.. "खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ, लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह करता हूँ.. मालूम है कोई मोल नहीं मेरा, फिर भी, कुछ अनमोल लोगो से रिश्ता रखता हूँ...!
पढ़िए जरूर ...
🏿मैं पैसा हूँ 👈 🏾
मुझे आप मरने के बाद ऊपर नहीं ले जा सकते
मगर, जीते जी मैं, आपको बहुत ऊपर ले जा
सकता हूँ।
👉 🏿मैं पैसा हूँ 👈 🏾
मुझे पसंद करो
सिर्फ इस हद तक कि
लोग आपको नापसन्द न करने लगें।
👉 🏿मैं पैसा हूँ 👈 🏾
मैं भगवान् नहीं
मगर
लोग मुझे भगवान् से कम नहीं मानते।
👉 🏿मैं पैसा हूँ 👈 🏾
मैं नमक की तरह हूँ
जो जरुरी तो है
मगर जरुरत से ज्यादा हो तो
जिंदगी का स्वाद बिगाड़ देता है।
👉 🏿मैं पैसा हूँ 👈 🏾
इतिहास में कई ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे
जिनके पास मैं बेशुमार था
मगर फिर भी वो मरे
और
उनके लिए, रोने वाला कोई नहीं था।
👉 🏿मैं पैसा हूँ 👈 🏾
मैं कुछ भी नहीं हूँ मगर मैं निर्धारित करता हूँ कि
लोग आपको कितनी इज्जत देते है।
👉 🏿मैं पैसा हूँ 👈 🏾
मैं आपके पास हूँ तो आपका हूँ
आपके पास नहीं हूँ तो आपका नहीं हूँ मगर
मैं आपके पास हूँ तो सब आपके हैं।
👉 🏿मैं पैसा हूँ 👈 🏾
मैं नई नई रिश्तेदारियाँ बनाता हूँ
मगर
असली औऱ पुरानी बिगाड़ देता हूँ।
👉 🏿मैं पैसा हूँ 👈 🏾
मैं सारे फसाद की जड़ हूँ
मगर
फिर भी न जाने क्यों सब मेरे पीछे इतना पागल हैं।
"ईश्वर बड़ा या कैमरा" आज कल लिखा होता है, "आप कैमरे की नज़र में है" यह पढते ही व्यक्ति होशियार हो जाता है, और ग़लत काम करने से परहेज़ करता है। जबकि ये इंसान द्वारा बनाया एक उपकरण मात्र है। हम भूल जाते है कि हम हर समय ईश्वर की नज़र में हैं, और वहाँ की नज़र न ख़राब होती है, न बंद होती है, न किसी के नियंत्रण मे होती है, यानी बचने का कोई तरीका नहीं है। ध्यान रहे आप हमेशा ईश्वर की नज़र में है ।।
☀जब बचपन था, तो जवानी एक ड्रीम था...
जब जवान हुए, तो बचपन एक ज़माना था... !! जब घर में रहते थे, आज़ादी अच्छी लगती थी... आज आज़ादी है, फिर भी घर जाने की जल्दी रहती है... !! कभी होटल में जाना पिज़्ज़ा, बर्गर खाना पसंद था... आज घर पर आना और माँ के हाथ का खाना पसंद है... !!! स्कूल में जिनके साथ ज़गड़ते थे, आज उनको ही इंटरनेट पे तलाशते है... !! ख़ुशी किसमे होतीं है, ये पता अब चला है... बचपन क्या था, इसका एहसास अब हुआ है... काश बदल सकते हम ज़िंदगी के कुछ साल.. .काश जी सकते हम, ज़िंदगी फिर एक बार...!! 👘 जब हम अपने शर्ट में हाथ छुपाते थे और लोगों से कहते फिरते थे देखो मैंने अपने हाथ जादू से हाथ गायब कर दिए |🌀🌀 ✏जब हमारे पास चार रंगों से लिखने वाली एक पेन हुआ करती थी और हम सभी के बटन को एक साथ दबाने की कोशिश किया करते थे |❤💚💙💜 👻 जब हम दरवाज़े के पीछे छुपते थे ताकि अगर कोई आये तो उसे डरा सके..👥 👀जब आँख बंद कर सोने का नाटक करते थे ताकि कोई हमें गोद में उठा के बिस्तर तक पहुचा दे | 🚲सोचा करते थे की ये चाँद हमारी साइकिल के पीछे पीछे क्यों चल रहा हैं |🌙🚲 🔦💡On/Off वाले स्विच को बीच में अटकाने की कोशिश किया करते थे | 🍏🍎🍉🍑🍈 फल के बीज को इस डर से नहीं खाते थे की कहीं हमारे पेट में पेड़ न उग जाए | 🍰🎂🍧🏆🎉🎁 बर्थडे सिर्फ इसलिए मनाते थे ताकि ढेर सारे गिफ्ट मिले | 🔆फ्रिज को धीरे से बंद करके ये जानने की कोशिश करते थे की इसकी लाइट कब बंद होती हैं | 🎭 सच , बचपन में सोचते हम बड़े क्यों नहीं हो रहे ? और अब सोचते हम बड़े क्यों हो गए ?⚡⚡ 🎒🎐ये दौलत भी ले लो.. ये शोहरत भी ले लो💕 भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी... मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन ....☔ वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी.. 🌊🌊🌊 .............. एक बात बोलु इनकार मत करना ये msg जीतने मरजी लोगों को send करो जो इस msg को पढेगा उसको उसका बचपन जरुर याद आयेगा. क्या पता वो आपकी वजह से अपने बचपन में चला जाए. चाहे कुछ देर के लीए ही सही। और ये आपकी तरफ से उसको सबसे अच्छा गिफ्ट होगा.
गहरी बात लिख दी है किसी शख्शियत ने👌👌👌 *************************** बेजुबान पत्थर पे लदे है करोंडो के गहने मंदिरो में । उसी देहलीज पे एक रूपये को तरसते नन्हें हाथों को देखा है। **************************** सजे थे छप्पन भोग और मेवे मूर्ती के आगे । बाहर एक फ़कीर को भूख से तड़प के मरते देखा है ll *************************** लदी हुई है रेशमी चादरों से वो हरी मजार, पर बाहर एक बूढ़ी अम्मा को ठंड से ठिठुरते देखा है। **************************** वो दे आया एक लाख गुरद्वारे में हॉल के लिए, घर में उसको 500 रूपये के लिए काम वाली बाई बदलते देखा है। **************************** सुना है चढ़ा था सलीब पे कोई दुनिया का दर्द मिटाने को, आज चर्च में बेटे की मार से बिलखते माँ बाप को देखा है। **************************** जलाती रही जो अखन्ड ज्योति देसी घी की दिन रात पुजारन, आज उसे प्रसव में कुपोषण के कारण मौत से लड़ते देखा है । *************************** जिसने नहीं दी माँ बाप को भर पेट रोटी कभी जीते जी , आज लगाते उसको भंडारे मरने के बाद देखा है ll **************************** दे के समाज की दुहाई ब्याह दिया था जिस बेटी को जबरन बाप ने, आज पिटते उसी शौहर के हाथों सरे बाजार देखा है । *************************** मारा गया वो पंडित बेमौत सड़क दुर्घटना में यारों , जिसे खुद को काल सर्प,तारे और हाथ की लकीरों का माहिर लिखते देखा है ************************** जिस घर की एकता की देता था जमाना कभी मिसाल दोस्तों आज उसी आँगन में खिंचती दीवार को देखा है। *************************** बंद कर दिया सांपों को सपेरे ने यह कहकर, अब इंसान ही इंसान को डसने के काम आएगा। ************************* आत्महत्या कर ली गिरगिट ने सुसाइड नोट छोडकर, अब इंसान से ज्यादा मैं रंग नहीं बदल सकता। ************************ गिद्ध भी कहीं चले गए लगता है उन्होंने देख लिया कि,इंसान हमसे अच्छा नोंचता है। ************************ कुत्ते कोमा में चले गए,ये देखकर कि क्या मस्त तलवे चाटते हुए इंसान को देखा है ।
"जो भाग्य में है , वह भाग कर आएगा, जो नहीं है , वह आकर भी भाग जाएगा...!" जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही , यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा! एक सत्य यह है की :- "अगर जिन्दगी इतनी अच्छी होती तो हम इस दुनिया में रोते- रोते न आते.....!! मगर एक मीठा सत्य यह भी है की :- "अगर यह जिन्दगी बुरी होती तो जाते-जाते लोगों को रुलाकर न जाते....!!
कुछ हँस के बोल दिया करो, कुछ हँस के टाल दिया करो, यूँ तो बहुत परेशानियां है तुमको भी मुझको भी, मगर कुछ फैंसले वक्त पे डाल दिया करो, न जाने कल कोई हंसाने वाला मिले न मिले.. इसलिये आज ही हसरत निकाल लिया करो !! हमेशा समझौता करना सीखिए.. क्योंकि थोड़ा सा झुक जाना किसी रिश्ते को हमेशा के लिए तोड़ देने से बहुत बेहतर है !!
मृत्यु के बाद भी पुण्य कमाने के 7 (सात) आसान उपाय ।  (1)= किसी को धार्मिक ग्रन्थ भैंट करे जब भी कोई उसका पाठ करेगा आप को पुण्य मिलेगा । (2)= एक व्हीलचेयर किसी अस्पताल मे दान करे जब भी कोई मरीज उसका उपयोग करेगा पुण्य आपको मिलेगा। (3)= किसी अन्नक्षेत्र के लिये मासिक ब्याज वाली एफ. डी बनवादे जब भी उसकी ब्याज से कोई भोजन करेगा आपको पुण्य मिलेगा(4)=किसी पब्लिक प्लेस पर वाटर कूलर लगवाएँ हमेशा पुण्य मिलेगा। (5)= किसी अनाथ को शिक्षित करो वह और उसकी पीढ़ियाँ भी आपको दुआ देगी तो आपको पुण्य मिलेगा। याद रहे औलाद तो अपना हक समझती है जरा भी कमी रह जाय तो मरणोपराँत भी गाली देती है कि हमारे लिये किया ही क्या। (6)= अपनी औलाद को परोपकारी बना सके तो सदैव पुण्य मिलता रहेगा। ( 7)= सबसे आसान है कि आप ये बाते औरों को बताये किसी एक ने भी अमल किया तो आपको पुण्य मिलेगा..... सबसे पहले सेंड करदो , क्यूंकि जबतक कोई यह MSG पढ़ता रहेगा , जन्नत में आप के नाम के पुण्य के 🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳🌳 लगते रहेगे और आपको 🍎🍏🍊🍋🍒🍇🍉🍓🍑🍈🍌🍐🍍 मिलते रहेंगे इसलिये रुकिये नही निरंतर लगे रहिये
बस में अगर, हम पीछे की सीट में बैठते है, तो धक्के ज्यादा लगते है । जैसे जैसे हम, आगे की सीट में जाते है, तो धक्के कम लगते है । ड्राइवर और हमारी सीट में अंतर ज्यादा तो धक्के ज्यादा । ड्राइवर और हमारी सीट में अंतर कम तो धक्के कम । हमारे जीवन रूपी गाड़ी के ड्राइवर / सारथी, भगवान है । भगवान से अंतर ज्यादा, तो धक्के ज्यादा । भगवान से अंतर कम, तो धक्के कम ।
किसी का दिल दुखाने वाली बात न कहें , वक्त बीत जाता है, बातें याद रहती हैं । 👆लंबी जबान और लंबा धागा हमेशा उलझ जाता हैं । 👆बुरे विचार उस हृदय में प्रवेश नहीं कर सकते जिसके द्वार पर ईश्वरीय- विचार के पहरेदार खड़े हों । 👆दुनियां आपके ' उदाहरण ' से बदलेगी आपकी ' राय ' से नहीं। 👆इंसान की सबसे बड़ी सम्पत्ति उसका मनोबल है । 👆सफलता का चिराग परिश्रम से जलता है । 👆ऐसा जीवन जियो कि अगर कोई आपकी बुराई भी करे तो लोग उस पर विश्वास न करें । 👆कमजोर तब रूकते हैं जब वे थक जाते हैं और विजेता तब रूकते हैं जब वे जीत जाते हैं । 👆अहंकार से जिस व्यक्ति का मन मैला है, करोड़ो की भीड़ में भी वो सदा अकेले रहते है । 👆हमारी समस्या का समाधान किसी के पास नहीं है, सिवाय हमारे । 👆काम में ईश्वर का साथ मांगो लेकिन ईश्वर ये काम कर दे, ऐसा मत मांगो । 👆जिस हाथ से अच्छा कार्य हो , वह हाथ तीर्थ है । 👆अच्छा दिल संबंधों को जीत सकता है पर अच्छा स्वभाव उसे आजीवन निभा सकता है । 👆अगर मैं सुखी होना चाहता हूं तो कोई मुझे दुखी नहीं कर सकता । 👆गलतियां क्षमा की जा सकती हैं अगर आपके पास उन्हें स्वीकारने का साहस हो । 👆ईमानदारी बरगद के पेड़ के समान है जो देर से बढ़ती है किन्तु चिरस्थायी रहती है । 👆यदि कोई व्यक्ति आपको गुस्सा दिलाने में सफल होता हैं तो यकीनन आप उसकी हाथ की कठपुतली हैं । 👆जिसके पास उम्मीद हैं वह लाख बार हार के भी नहीं हारता । 👆कुछ देने के लिए दिल बड़ा होना चाहिए, हैसियत नहीं । 👆घर बड़ा हो या छोटा , अगर मिठास न हो तो इंसान तो क्या , चीटिंयां भी नहीं आती । 👆इस जन्म का पैसा अगले जन्म में काम नहीं आता लेकिन पुण्य जन्मों -जन्म तक काम आता है । 👆जो ' प्राप्त ' हैं वो ही ' पर्याप्त ' हैं इन दो शब्दों में सुख बे हिसाब हैं । 👆वह अच्छाई जो बुरा करने वाले को मदद करें , अच्छाई नहीं होती हैं ।
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