ना शक़्ल बदली, ना ही बदला मेरा किरदार
बस लोगों के देखने का नजरिया बदल गया...
शब्द और सोच दूरियां बढ़ा देते है,
क्योंकि...
कभी हम समझ नहीं पाते, और कभी समझा नहीं पाते...
हमेशा खुश रहा करो यह सोच कर कि
दुनिया में हमसे भी ज्यादा परेशान और
लोग भी है।